क्लाइमेक्स डबल-एक्टिंग नेगेटिव डॉबी शेडिंग मैकेनिज्म:
यह एक डबल-एक्टिंग नेगेटिव डॉबी hoti है। चूंकि क्लाइमेक्स डॉबी में एक हील्ड शाफ़्ट को ऊपर उठाने के लिए दो जैक लीवर प्रयोग होते हैं, जिससे यह कीली डॉबी की तुलना में अधिक आरपीएम पर काम करता है। यह डोबी करघे के प्रति मिनट उच्च आरपीएम पर भी कुशलता से काम करता है
क्लाइमेक्स डॉबी की संरचना:
टी-शेप लीवर डॉबी शाफ्ट सी पर लगाया जाता है। टी आकार लीवर डॉबी शाफ्ट पर एक रेसिप्रोकेटिंग गति करता है। टी शेप लीवर के ए-साइड पर ऊपरी नाइफ की एक पंक्ति लगाई जाती है और टी शेप लीवर के बी साइड में निचले नाइफ की एक और पंक्ति लगाई जाती है। ये नाइफ अपनी धुरी पर मुक्त होकर घूम सकते हैं। ऊपरी हुक ऊपरी नीडल के ऊपरी सिरे पर टिकी हुई होती है। ऊपरी हुक का एक सिरा s आकार के लीवर से जुड़ जाता है। इस हुक का दूसरा सिरा ऊपरी नाइफ के ठीक ऊपर आता है। निचला नाइफ निचली नीडल G के ऊपरी सिरे पर टिका होता है। निचले हुक का एक सिरा S- आकार के लीवर से जुड़ जाता है जबकि दूसरा सिरा निचले नाइफ के ठीक ऊपर आता है। ऊपरी नीडल के निचले सिरे और निचली नीडल का निचले सिरे उनके संबंधित फीलर ई और डी पर टिकी हुई होती है। दो जैक लीवर अलग-अलग लिंक के माध्यम से एस-आकार के लीवर से जुड़े होते हैं। एक जैक लीवर बाईं ओर लगा होता है और दूसरा जैक लीवर करघे के दाईं ओर लगा होता है। ये जैक लीवर चमड़े की पट्टियों के माध्यम से हील्ड शाफ्ट से जुड़े होते हैं। हील्ड शाफ्ट के प्रत्येक पक्ष के नीचे एक स्पाइरल स्प्रिंग लगा होता है। फीलर के नीचे एक पैटर्न सिलेंडर लगा होता है। डिज़ाइन जाली को पैटर्न सिलेंडर के ऊपर रखा जाता है। टी-आकार का लीवर कनेक्टिंग रॉड के माध्यम से निचले शाफ्ट पर लगे एल आकार के क्रैंक से जुड़ जाता है।
क्लाइमेक्स डॉबी का कार्य सिद्धांत:
जब निचला शाफ्ट घूमता है, तो इस निचले शाफ्ट पर लगा एल आकार का क्रैंक भी घूमता है। कनेक्टिंग रॉड का निचला सिरा एल शेप क्रैंक से जुड़ा होता है जबकि कनेक्टिंग रॉड का ऊपरी सिरा टी शेप लीवर से जुड़ा होता है। जब एल आकार का क्रैंक घूमता है तो टी आकार का लीवर डोबी शाफ्ट पर एक रेसिप्रोकेटिंग गति करता है।
पैटर्न सिलेंडर शाफ़्ट व्हील और पॉल की मदद से घूमता है। जैसे ही लेग्स में लगे पेग्स फीलर के नीचे आते हैं, फीलर का एक सिरा थोड़ा ऊपर उठता है। फीलर का दूसरा सिरा उसी समय थोड़ा नीचे की ओर आता है। चूंकि ऊपरी और निचली नीडल्स के निचले सिरे इन फीलर पर टिके होते हैं, इसलिए अगर पेग्स फीलर के एक सिरे को दबाती है तो नीडल्स भी नीचे की ओर चलती हैं। चूंकि हुक अपनी-अपनी नीडल्स पर टिके होते हैं ताकि नीडल्स नीचे की ओर आने पर हुक नाइफ के ऊपर गिरे। नाइफ टी लीवर की पारस्परिक गति के माध्यम से गिरे हुए हुक को दायीं ओर खींचता है। हुक का दूसरा सिरा S आकार के लीवर से जुड़े जैक लीवर को खींचता है। अब हील्ड शाफ्ट ऊपर की ओर जाता है। स्पाइरल स्प्रिंग हील्ड शाफ्ट को नीचे लाने में मदद करता है।
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