Tuesday, June 15, 2021

डबल-लिफ्ट और डबल-सिलेंडर जैक्वार्ड शेडिंग मैकेनिज्म ( Double lifts and double cylinders jacquard shedding mechanism )

 डबल-लिफ्ट और डबल-सिलेंडर जैक्वार्ड शेडिंग मैकेनिज्म:


डबल-लिफ्ट और डबल-सिलेंडर जेकक्वार्ड शेडिंग तंत्र की संरचना:

इस जेकक्वार्ड शेडिंग तंत्र में दो ग्रिफ़ का उपयोग किया जाता है। पहले ग्रिफ़ पर आठ नाइफ और दूसरे ग्रिफ़ पर आठ नाइफ लगे होते हैं। पहला ग्रिफ़ विषम संख्या वाले हुक को ऊपर की ओर ले जाता है और दूसरा ग्रिफ़ सम संख्या वाले हुक को ऊपर की दिशा में ले जाता है। इस जेकक्वार्ड शेडिंग मैकेनिज्म में दो तरह के हुक का इस्तेमाल किया जाता है। विषम संख्या हुक के ऊपरी सिरे विषम संख्या हुक के चयन के लिए उपयोग किए जा रहे पैटर्न सिलेंडर की ओर झुकें होते हैं और सम संख्या हुक के ऊपरी सिरे सम संख्या हुक के चयन के लिए उपयोग किए जा रहे पैटर्न सिलेंडर की ओर झुक जाते हैं। इस तंत्र में उपयोग किए गए हुकों की संख्या जेकक्वार्ड की फीगरिंग की क्षमता से सिर्फ दोगुनी है। 400 फिगरिंग क्षमता जैक्वार्ड के लिए 800 हुक का उपयोग किया जाता है। इस जेकक्वार्ड में हुक चयन को नियंत्रित करने के लिए नीडल्स के दो सेट का उपयोग किया जाता है। नीडल ई विषम संख्या हुक के चयन को नियंत्रित करती है जबकि नीडल सी सम संख्या हुक के चयन को नियंत्रित करती है। प्रत्येक सुई का अगला सिरा A और B संबंधित नीडल बोर्डों के छिद्रों से होकर गुजरता है। स्प्रिंग बॉक्स सुई ई और सी के पिछले सिरों के ठीक पीछे लगे होते हैं। प्रत्येक नीडल के पीछे के छोर पर लगे प्रेशर स्प्रिंग्स नीडल को संबंधित पैटर्न सिलेंडर की ओर धकेलते हैं। नीडल बोर्डों के सामने दो पैटर्न  सिलेंडर लगे होते हैं। एक पैटर्न सिलेंडर विषम संख्या की पिक्स के लिए हुक का चयन करता है और दूसरा पैटर्न सिलेंडर सम संख्या के पिक्स के लिए हुक का चयन करता है। विषम संख्या का एक हुक और सम संख्या का एक हुक लिंक के माध्यम से जोड़ा जाता है। प्रत्येक हुक का दोहरा सिरा स्लॉटेड ग्रिड पर टिका होता है। नेक कॉर्ड का ऊपरी सिरा पेयरिंग लिंक से जुड़ा होता है। यह नेक कॉर्ड टग बोर्ड के होल से होकर गुजरता है फिर नेक कॉर्ड का निचला सिरा हार्नेस कॉर्ड के ऊपरी सिरे से जुड़ जाता है। अब हार्नेस कॉर्ड कोम्बर बोर्ड के छेद से होकर गुजरता है। इस हार्नेस कॉर्ड का निचला सिरा हील्ड वायर के ऊपरी सिरे से जुड़ा होता है। एक लिंगो ठीक हील्ड वायर के निचले सिरे से जुड़ा होता है।



डबल-लिफ्ट और डबल-सिलेंडर जेकक्वार्ड तंत्र का कार्य सिद्धांत:


यह तंत्र निचले शाफ्ट के माध्यम से घूर्णन गति प्राप्त करता है। एक स्प्रोकेट व्हील नीचे वाले शाफ्ट पर लगा होता है जबकि दुनी संख्या में दांतों वाला दूसरा स्प्रोकेट व्हील जैक्वार्ड शाफ्ट पर लगा होता है। ये स्प्रोकेट व्हील एक अंतहीन चैन के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े होते हैं। जेकक्वार्ड पर लगे एक्सेंट्रिक कैम के माध्यम से ग्रिफ़्स रेसिप्रोकेटिंग गति प्राप्त करते हैं। जब पहली ग्रिफ़ जेकक्वार्ड के टॉप डेड सेण्टर तक पहुँचती है, तो दूसरी ग्रिफ़ जेकक्वार्ड के बॉटम डेड सेण्टर तक पहुँचती है। जब जैक्वार्ड शाफ्ट घूमता है, तो दोनों ग्रिफ एक दूसरे को पार करते हैं। जब ग्रिफ़ बॉटम डेड सेण्टर की स्थिति में पहुँचता है, तो यह हुक के ऊपरी झुकाव वाले सिरे की तुलना में थोड़ा नीचे आता है। अब पैटर्न सिलेंडर नीडल के सामने के छोर को धक्का देता है। यदि कार्ड में छेद किया होता है, तो नीडल का अगला सिरा छिद्रित पैटर्न वाले सिलेंडर के छेद में प्रवेश कर जाता है और वह हुक नाइफ के ऊपर आ जाता है। यदि डिज़ाइन कार्ड में कोई होल नहीं होता है, तो नीडल स्प्रिंग बॉक्स की ओर धकेल दी जाती है और हुक नाइफ के ऊपर से हट जाता है। जब ग्रिफ़ बॉटम डेड सेण्टर की स्थिति से टॉप डेड सेण्टर की स्थिति तक यात्रा करना शुरू करता है, तो यह नाइफ के साथ इंगगे हुए हुक को ऊपर की दिशा में ले जाता है। दूसरा ग्रिफ़ अब बॉटम डेड सेण्टर की स्थिति में पहुँचता है। दूसरा पैटर्न सिलेंडर नीडल के सामने के छोर को धक्का देता है और हुको का चयन होता हैं। जब दूसरा ग्रिफ़ ऊपर की ओर बढ़ता है, तो वह नाइफ के साथ  एंगेज हुए हुक को ऊपर की ओर ले जाता है। दायीं ओर का पैटर्न सिलेंडर विषम पिक संख्या का चयन करता है जबकि बायीं ओर का सिलेंडर सम पिक संख्या  का चयन करता है।

चूंकि हील्ड वायर का ऊपरी सिरा नेक कॉर्ड और हार्नेस कॉर्ड के माध्यम से हुक पेयरिंग लिंक से जुड़ जाता है ताकि नेक कॉर्ड और हार्नेस कॉर्ड हील्ड वायर को ऊपर की दिशा में उठा सके। लिंगो हुक को नीचे की स्थिति में लाता है। इस जेकक्वार्ड में दो अलग-अलग पैटर्न की चेन तैयार की जाती है। विषम संख्या की पिक की एक चैन दायीं ओर के पैटर्न सिलेंडर पर लगाई जाती है, जबकि पैटर्न सिलेंडर के बाईं ओर सम संख्या की पिक की एक और चैन लगाई जाती है। दोनों चैनों में पिक्स की संख्या बराबर होनी चाहिए

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