Thursday, September 8, 2022

डबल क्लॉथ वीव , डबल क्लॉथ वीव के प्रकार, डबल क्लॉथ वीव का निर्माण(DOUBLE CLOTH WEAVE, TYPES OF DOUBLE CLOTH WEAVE, CONSTRUCTION OF DOUBLE CLOTH WEAVE)

  डबल क्लॉथ वीव , डबल क्लॉथ वीव  के प्रकार, डबल क्लॉथ वीव  का निर्माण

 वीविंग ऑफ़ डबल क्लॉथ वीव:

जैसा कि बुनाई के नाम का तात्पर्य है, डबल कपड़े में कपड़े की दो परतें होती हैं। दोनों परतों को फेस  और बैक  धागे के कुछ इंटरलेसिंग पॉइंट्स  की मदद से एक साथ जोड़ा  जाता है। डबल क्लॉथ वीव  में इस्तेमाल होने वाले ताना की दो श्रृंखलाएं और वाने  की दो श्रृंखलाएं होती हैं। डबल कपड़े की बुनाई करघे पर तब भी  संभव होती   है,  जब  की उसमे केवल  सिंगल बीम लेट-ऑफ मोशन ही लगा हो । इस तरह की स्थिति में  फेस वीव और बैक वीव की इंटरलेसिंग प्रति रिपीट लगभग एक दूसरे के बराबर होनी चाहिए  और फेस और बैक ताना की यार्न काउंट भी  समान होनी चाहिए।

डबल कपड़े को बुनने के लिए  करघे की आवश्यकताएं:

1 - करघे को डबी शेडिंग मोशन से लैस होना  चाहिए।

2 - करघे को डबल लेट-ऑफ गति से सुसज्जित होना  चाहिए।

3 - टेक-अप मोशन में आवश्यकता पड़ने पर इस मैकेनिज्म  को निष्क्रिय करने की क्षमता होनी चाहिए।

4 - यदि डबल क्लॉथ में फेस वॉर्प और बैक वॉर्प में अलग-अलग यार्न काउंट होते हैं, तो डबल लेट-ऑफ मोशन की आवश्यकता अनिवार्य हो जाती  है।

5 - यदि डबल क्लॉथ में दो वेफ्ट कलर या दो वेफ्ट  काउंट हों, तो मल्टी कलर वेफ्ट  सिलेक्शन मोशन अनिवार्य होता है।

डबल कपड़ा बुनाई के प्रकार:

डबल क्लॉथ के अंदर दोनों लेयर्स की स्टिचिंग के तरीको के अनुसार डबल क्लॉथ निम्नलिखित प्रकार का होता है:

1 - फेस पिक पर बैक एंड उठाकर

2 - बैक पिक पर फेस एन्ड को  गिराकर 

3 - संयुक्त स्टिचिंग 

4 - अतिरिक्त धागे से स्टिचिंग 

5 - धागा बदलकर स्टिचिंग  करना

6- कपड़े में सिंगल लेयर और डबल लेयर बनाकर स्टिचिंग  करना।

डबल कपड़े के गुण:

1 - जब बुनकर आवश्यक फैब्रिक जीएसएम प्राप्त करने में विफल रहता है, तो डबल क्लॉथ वीव  फैब्रिक जीएसएम को बढ़ाने   में मदद करता है।

2 - डबल क्लॉथ वीव  फैब्रिक जीएसएम से समझौता किए बिना आवश्यक वायु पारगम्यता प्राप्त करने में मदद करता है।

3 - जहां कपड़े के दोनों साइड्स  का उपयोग किया जाता है, वहां डबल कपड़ा बुनाई उपयोगी हो जाती है।

4 - बुनकर दो अलग-अलग रंगों के फेस  और बैक  साइड  में कपड़े का निर्माण कर सकता है।

बुनाई निर्माण की विधि:

डबल कपड़ा बुनाई का निर्माण चार चरणों में पूरा होता है:

फेस वीव  और बैक वीव का  निर्माण:

डबल क्लॉथ वीव बनाने का पहले चरण के अंदर सबसे पहले फेस और बैक क्लॉथ की वीव्स अलग-अलग बनाते हैं l दोनों वीव्स में इन्टर्लासिंग मार्क बनाने के लिए अलग-अलग प्रकार के मार्क्स का उपयोग किया जाता है इसका कारण यह होता है कि जब आओ फेस और बैक वीव को एक साथ डिज़ाइन ग्राफ में बनायें तब आप फेस और बैक एंड्स और पिक को आसानी से पहचान सके l 

इसके बाद हम डबल क्लॉथ वीव बनाते हैं l आप देख सके है की यहाँ पर फेस और बैक वीव में चार चार एंड्स और पिक्स हैं l इस प्रकार हमको यहाँ पर डबल क्लॉथ वीव के अंदर आठ एंड्स और आठ पिक्स की रिपीट साइज लेनी पड़ेगी जैसा की हमने नीचे बनाये गया वीव में लिया है 

डबल क्लॉथ वीव में एंड्स और पिक्स को वन फेस और वन बैक के क्रम में लिया जाता है l 

सबसे पहले फेस ेंस और फेस पिक के बीच में इंटरलेसिंग पॉइंट्स भरे जाते हैं l उसके बाद में बैक एन्डऔर बैक पिक्स के बीच में इंटरलेसिंग पॉइंट्स भरे जाते हैं l 


परत पृथक्करण चिह्न भरना:

फेस और बैक के इंटरलेसिंग मार्क भरने के बाद में बारी आती है फेस और बैक लेयर्स को अलग- अलग करने क़ी l लेयर को अलग-अलग करने के लिए फेस और बैक के वीव के लिएपूर्व में  प्रयोग किये गए इंटरलेसिंग मार्क से अलग तरह के मार्क का प्रयोग किया जाता है l दोनों लेयर्स मतलब फेस और बैक लेयर को अलग-अलग करने के लिए सारे के सारे फेस एंड्स को बैक पिक्स के इंसर्शन के दौरान ऊपर के तरफ उठा दिया जाता है कहने मतलब ये है की बैक पिक्स के ऊपर सारे के सारे फेस एंड्स को अप की पोजीशन में कर दिया जाता है l आप नीचे दिए गए चित्र में लेयर विभाजन का तरीका आसानी से समझ सकते हैं l 


स्टिचिंग मार्क्स भरना:

लेयर अलग अलग करने के बाद यदि स्टिचिंग मार्क्स यदि डबल क्लॉथ में न दिए जाए तो दोनों कपड़े अलग-अलग ही रहते हैं l दोनों लेयर्स को साथ-साथ जोड़ने के लिए डबल क्लॉथ वीव के अंदर स्टिचिंग मार्क्स देना आवश्यक होता है l स्टिचिंग मार्क देने के लिए बिल्कुल अलग तरह के मार्क्स का प्रयोग करते हैं l लेयर्स की स्टिचिंग दो तरह से की जाती है l एक विधि में बैक पिक पर फेस एन्ड को नीचे कर देते है और दूसरी विधि में बैक एन्ड को फेस पिक के ऊपर करके भी लेयर्स क़ी स्टिचिंग कर सकते हैं l 

No comments:

Post a Comment

Featured Post

Simple calipers and vernier calipers, method of uses and calculations

Calipers: The calipers are very useful instruments. These instruments are used to measure the diameter of the cylinder, bore, bearing size, ...